दुनिया की टॉप 100 में किसी भारतीय यूनिवर्सिटी को जगह नहीं

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दुनिया की टॉप 100 में किसी भारतीय यूनिवर्सिटी को जगह नहीं
दुनिया की टॉप 100 में किसी भारतीय यूनिवर्सिटी को जगह नहीं

देश दुनिया की यूनिवर्सिटीज को उनकी सुविधाओं व एंवायरमेंट के आधार पर रैंकिंग मिलती है क्‍यूएस वर्ल्‍ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग हर साल जारी की जाती है. इस साल भी यह रैंकिंग जारी की गई है. खास बात यह है कि टॉप 100 में जहां किसी भारतीय यूनिवर्सिटी को जगह नहीं मिली, जबकि दुनिया की नंबर वन यूनिवर्सिटी होने का गौरव कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो को मिला है.

बता दें कि इस यूनिवर्सिटी ने अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिर्फोनिया को भी पछाड़ दिया है और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिर्फोनिया को दूसरा स्‍थान मिला है. यही नहीं दुनिया की नामी गिरामी यूनिवर्सिटी यूके की द यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर को तीसरा स्थान मिला है. इन तीनों यूनिवर्सिटी के बाद कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया, न्यूजीलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड, यूके का इंपीरियल कॉलेज लंदन और सातवें नंबर पर आस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी का नंबर आता है.

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के टॉप 100 में भारत की कोई भी यूनिवर्सिटी अपना स्‍थान नहीं बना पाई है हालांकि टॉप 300 में दिल्‍ली यूनिवर्सिटी को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग : सस्टेनबिलिटी 2024 में ओवरऑल 220वां और एशिया में 30वां रैंक मिला है. दिल्‍ली यूनिवर्सिटी को छोड़ दें तो अन्‍य सभी संस्‍थानों की रैंकिंग 300 से अधिक है. दिल्‍ली यूनिवर्सिटी के बाद सबसे अच्‍छी रैंकिंग आईआईटी बॉम्‍बे को 303वीं रैंक मिली है. इसके अलावा आईआईटी मद्रास भारत में तीसरे स्‍थान पर है. आईआईटी मद्रास को 344वीं रैंक तो आईआईटी खड़गपुर की रैंक 349वीं है, आईआईटी रूड़की 387 नंबर पर है. आईआईटी दिल्ली को 426वीं रैंक हासिल हुई है. आईआईटी कानपुर को 522, जेएनयू को 545वां स्थान मिला है।

क्‍यूएस रैंकिंग के लिए कुछ पैमाने तय किए गए हैं. यह रैंकिंग तीन पैरामीटर के आधार पर बनाई जाती है.  इसमें सबसे अधिक वेटेज एन्वॉयरनमेंटल इम्पैक्ट को दिया जाता है जो एन्वॉयरनमेंट एजुकेशन और रिसर्च के आधार पर तैयार की जाती है. इस रैंकिंग में इसका वेटेज 45% का रहता है, इसमें एजुकेशन और रिसर्च आदि शामिल रहते हैं. 10% वेटेज गवर्नेंस को दी जाती है. इसके अलावा 45% वेटेज सोशल इम्‍पैक्‍ट को दिया जाता है. इसमें नॉलेज से लेकर समानता एजुकेशन रोजगार आदि को शामिल किया जाता है. आईस्‍कूल कनेक्‍ट के को फाउंडर एंड सीईओ वैभव गुप्‍ता कहते हैं कि देश दुनिया में अच्‍छी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग काफी महत्‍वपूर्ण होती है हर स्टूडेंट की चाहत होती है कि उसका एडमिशन अच्‍छी से अच्‍छी यूनिवर्सिटी में हो.

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