संसद SANSAD में धुआं करने वाले सागर शर्मा और विक्की शर्मा का आपस में कनेक्शन सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस विक्की को अपने साथ पूछताछ के लिए लेकर गई है। विक्की का कनेक्शन लंदन में रहने वाले परिवार से भी है।
संसद में हुई सुरक्षा चूक के मामले के आरोपी गुरुग्राम के सेक्टर-7 स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के मकान नंबर 67 में ठहरे थे। आरोपी यहां विक्की शर्मा के मकान में रुके थे। आरोपियों के बैग विक्की के घर में मिले हैं। आरोपी अपना बैग वहां पर छोड़कर गए हैं। वहां पर मंगलवार की रात पांच लोग ठहरे थे, जिसमें विक्की की बेटी सागर शर्मा को जानती है। द SANSAD सुरक्षा में चूक सागर शर्मा और विक्की शर्मा का आपस में कनेक्शन
सागर शर्मा और विक्की शर्मा का आपस में कनेक्शन संसद SANSAD सुरक्षा में चूक , खुले कई और राज
संसद SANSAD में धुआं करने वाले सागर शर्मा और विक्की शर्मा का आपस में कनेक्शन सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस विक्की को अपने साथ पूछताछ के लिए लेकर गई है। विक्की का कनेक्शन लंदन में रहने वाले परिवार से भी है। विक्की का परिवार जिस मकान में रहता है, उसके मालिक लंदन में रहते हैं। मकान मालिक उसके खाते में पैसे भी डालते हैं। मकान मालिक की ओर से मिलने वाला पैसा ही विक्की की आमदनी का जरिया है।
पुलिस उसके और संबंधों को खंगालने में जुटी है। 34 साल पहले हाउसिंग बोर्ड की ओर से 67 नंबर भवन का आवंटन किया गया था। पड़ोसियों के अनुसार, इस मकान में एक दादी अम्मा रहती थीं, जिन्होंने अपने ही परिवार के लोगों से विक्की को गोद लिया था। भवन मालिक करीब बीस साल पहले लंदन चले गए थे। दादी के बाद विक्की अपनी पत्नी और 15 साल की बेटी के साथ यहां रहता है। बेटी 10वीं की छात्रा है।
पड़ोसियों की मानें तो विक्की नशे का आदी है। नशा करने के कारण ही उसके पड़ोस में रहने वालों से भी संबंध बेहतर नहीं हैं। लोगों का कहना है कि हर तीसरे दिन पति और पत्नी में नोकझोंक होती रहती है। पूरी गली केवल तमाशा देखती है।विक्की ने दो कुत्ते पाल रखे हैं, जिन्हें घुमाने के लिए घर से बाहर निकलता था। उसे लोग जंगली भी बोलते थे। उसका बचपन यहीं बीता है। उसके घर कौन आ रहा है, कौन जा रहा है इससे किसी का कोई लेना देना नहीं होता था।
फिलहाल विक्की की आमदनी का कोई जरिया नहीं है, पहले वह एक्सपोर्ट गारमेंट कंपनी में काम करता था। अब लंदन से आने वाले पैसों को ही खर्च करता। बेटी के नंबर अच्छे देखकर उसके रिश्तेदार उसे पढ़ाना चाहते थे। घर के खर्चे को लेकर विवाद होता था।
संसद SANSAD में हड़कंप मचाने वालों के बैग विक्की के घर में मिले हैं। आरोपी अपना बैग वहां पर छोड़कर गए हैं। वहां पर मंगलवार की रात पांच लोग ठहरे थे, जिसमें उनकी बेटी सागर शर्मा को जानती है। सागर शर्मा उसके पिता के साथ पहले कंपनी में भी काम करता था। कमरे से भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव की किताबें मिली हैं।
दिल्ली पुलिस समेत सुरक्षा एजेंसियों को आशंका था कि खालिस्तानी आतंकी जी-20 सम्मेलन की तरह संसद की दीवार व अन्य जगहों पर देशविरोधी नारे लिख सकते हैं। ऐसे में संसद की सुरक्षा में लापरवाही बरतने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे।
दिल्ली पुलिस समेत सुरक्षा एजेंसियों को आशंका था कि खालिस्तानी आतंकी जी-20 सम्मेलन की तरह संसद की दीवार व अन्य जगहों पर देशविरोधी नारे लिख सकते हैं। ऐसे में संसदSANSAD की सुरक्षा में लापरवाही बरतने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे। इसके बावजूद बुधवार को संसद में सेंध की घटना सामने आ गई। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पन्नू की धमकी के बाद संसद के चारों तरफ आठ पिकेट लगाकर नाकेबंदी की गई थी। इन पर 60 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात थे।
इसके अलावा बाइक पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई थी। नई दिल्ली के 10 पुलिस थानों में पेट्रोलिंग के लिए दो-दो बाइक हैं, लेकिन संसद की सुरक्षा में हर थाने से 4-4 बाइक मंगाई गईं थीं। पेट्रोलिंग के दौरान हर बाइक पर दो-दो पुलिसकर्मी तैनात थे। वहीं, संसद की सुरक्षा को 24 घंटे के लिए कर दिया गया था। इसके अलावा बाहरी सुरक्षा व्यवस्था की एक लेयर और बनाई गई थी।
सुरक्षा में चूक से संसद पर हमले की अफवाह उड़ गई। इससे लोगों को 22 साल पुराना वाकया याद आ गया। थोड़ी देर बाद पूरी स्थिति स्पष्ट होने से लोगों ने राहत की सांस ली। फिर भी आसपास मौजूद लोग सुरक्षा इंतजामों पर सवाल उठाते दिखे। लोगों ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों और पुलिस की लापरवाही के कारण ये घटना सामने आई।
सत्र के दौरान जब दो आरोपी लोकसभा में कूदे तभी संसद SANSAD के बाहर नीलम व अमोल ने स्मॉग केन छोड़ दिए। सुरक्षाकर्मियों और पुलिस ने इनकी हरकत को देखा तो हाथ-पांव फूल गए। आननफानन में दोनों को हिरासत में लिया गया। इसके बाद नीलम और अमोल शिंदे ने नारेबाजी शुरू कर दी। संसद सत्र की वजह से बाहर मीडिया का भी खासा जमावड़ा था। दोनों को नारेबाजी करते देखकर मीडियाकर्मी भी इनके पीछे भागे।