Diya Kumari : राजस्थान विधानसभा में कल लेखानुदान सदन में प्रस्तुत किया जाएगा। जिसे पारित भी करवाया जाएगा। हालांकि यह बजट पूर्णकालिक नहीं होकर लेखानुदान होगा। प्रदेश में पहली बार ऐसा होने जा रहा है कि कोई महिला स्वतंत्र रूप से वित्तमंत्री के रूप में बजट पेश करेंगी। इससे पहले मुख्यमंत्री ही बजट पेश करते थे।
Diya Kumari : वर्ष 2003 से 2023 तक दो बार मुख्यमंत्री के रूप में वसुंधरा राजे और दो बार ही अशोक गहलोत ने वित्त मंत्री के तौर पर बजट पेश किया। कल पहली बार स्वतंत्र रूप से वित्तमंत्री का जिम्मा संभाल रहीं दिया कुमारी लेखानुदान पेश करेगी। हालांकि, यह बजट पूर्णकालिक नहीं होकर लेखानुदान होगा। जिसमें सरकार 3 महीने के लिए अपना लेखानुदान सदन में पेश कर उसे बहुमत के साथ पारित करवाएगी।
Diya Kumari : बता दें कि कोई भी नई सरकार बनती है तो उसे अपना बजट पेश करना होता है। राजस्थान में हमेशा सरकार का गठन दिसम्बर माह में ही होता है। जबकि 1 अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष शुरू होता है। ऐसे में कुछ महीनो के लिए सरकारी कर्मचारियों के वेतन, पेंशन और अन्य सरकारी कार्यों के लिए राजकोष की जरूरत होती है। ऐसे में प्रावधान के अनुसार सरकार 3 महीने के लिए लेखानुदान प्रस्तुत करती है। जिसे विधानसभा से मंजूरी लेनी होती है।
Diya Kumari : लोकसभा चुनाव ध्यान में रखके पेश होगा बजेट
Diya Kumari : माना जा रहा है कि बजट लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर ही पेश किया जाएगा। लेखानुदान में पूर्णकालिक बजट की छाया दिखाई दे सकती है। महिलाओं के लिए खजाना खुल सकता है। जबकि युवाओं के लिए नौकरियों की घोषणाएं हो सकती है। इसके साथ चुनाव के बीच आम और ख़ास को देखते हुए पेट्रोल-डीजल पर लगाने वाले वेट को लेकर घोषणा हो सकती है।
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