Haryana : अब हरियाणा में भी गीता महोत्सव को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए मेला अथॉरिटी बनाई जाएगी, कुंभ मेले की तरह। भविष्य में यह संस्था अपने स्तर पर कार्य करेगी। सरकार एक मेला अधिकारी नियुक्त करेगी, जो सरकारी व्यवस्थाओं को देखेगा। मेला भी अथॉरिटी महोत्सव की योजना बनाएगी और जिलों में अपनी व्यवस्थाएं करेगी। वहीं, विदेशों में गीता का प्रचार करने के लिए अलग से ग्रुप बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यहां एक प्रेसवार्ता में यह घोषणा की। स्वामी ज्ञानानंद महाराज विशेष रूप से इस अवसर पर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि विगत सात सालों में महोत्सव बहुत सफल रहा है और बहुत लोकप्रिय है। 2019 में देश से बाहर मॉरीशस और लंदन में भी यह गीता महोत्सव मनाया गया। सितंबर, 2022 में यह कनाडा में होगा, और इस साल अप्रैल में आस्ट्रेलिया में भी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव होगा।
श्रीलंका और अमेरिका दोनों को 2024 में इस महोत्सव का आयोजन करने का निमंत्रण मिला है। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष गीता जयंती महोत्सव पर लगभग सवा तीन करोड़ रुपये खर्च हुए थे। भविष्य में, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड मेले पर खर्च करने के अलावा मेले से आय प्राप्त करने के लिए भी काम करेगा।
48 कोस कुरुक्षेत्र की मिट्टी से भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा बनाई जाएगी
CM मनोहर लाल ने कहा कि 23 दिसंबर को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 48 कोस कुरुक्षेत्र के तीर्थों पर एक सम्मेलन होगा, जिसमें कुरुक्षेत्र भूमि से 164 तीर्थ समितियों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। बाद में भगवान श्रीकृष्ण की बड़ी प्रतिमा बनाने के लिए, तीर्थ प्रतिनिधि अपने स्थान की मिट्टी व जल भी लाएंगे।
22 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में संत सम्मेलन होगा, जिसमें देश भर से संत महात्माओं ने नशामुक्ति का संदेश दिया जाएगा। अध्यात्म, धर्म और गीता के महत्व पर भी चर्चा होगी। उन्होंने गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद से आग्रह किया कि संत सम्मेलन में नशे के बुरे प्रभावों और उससे छुटकारा पाने के तरीके भी प्रस्तुत किए जाएं।
एक लाख दीपों से ब्रह्मसरोवर जगमगाएगा
23 दिसंबर को दीपदान और 24 दिसंबर को रविवार को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का समापन होगा। दीपदान को दीपोत्सव कहा जाएगा। ब्रह्मसरोवर के तट पर एक लाख दीये जलेंगे। 23 दिसंबर को गीता जयंती पर धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र के सभी 164 तीर्थों पर दीपोत्सव मनाया जाएगा। इसके लिए सभी सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं, साथ ही आम लोगों को भी आमंत्रित किया गया है।
मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़
- 17 दिसंबर को ब्रह्मसरोवर पर गीता यज्ञ और पूजन से महोत्सव का विधिवत शुभारंभ उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे।
- 22 और 23 दिसंबर को हर जिले में दो दिन गीता उत्सव होंगे।
- 23 दिसंबर को 18,000 विद्यार्थियों ने कुरुक्षेत्र में विश्वव्यापी गीता पाठ किया जाएगा।
- 23 दिसंबर को सुबह 11 बजे प्रत्येक नागरिक एक मिनट तक गीता पाठ करें।
- इस बार असम के मुख्यमंत्री भी सहयोगी होंगे।
भारत के संविधान को जैसे शासकीय व्यवस्था की गीता कहा जाता है, वैसे ही वे गीता को जीवन के पथ प्रदर्शन के नियमों के रूप में एक संविधान मानते हैं। गीता मानव कल्याण को समर्पित है। गीता महोत्सव भी विश्वव्यापी हो गया है। – हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल