राजस्थान में तनाव का माहौल

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राजस्थान में तनाव का माहौल
राजस्थान में तनाव का माहौल

राजस्थान में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद राजस्थान में तनाव का माहौल है। राजस्थान में बंद किए जाने का आह्वान किया गया है। मामले में पुलिस और पिछली सरकार की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
पंजाब पुलिस ने इस वर्ष मार्च में ही राजस्थान पुलिस को इस बात के लिए आगाह कर दिया था कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की प्लानिंग चल रही है और इस बारे में उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। राजस्थान पुलिस के एटीएस ने भी इंटेलिजेंस को इस बारे में लेटर लिख दिया था। लेकिन गोगामेड़ी की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए। यह भी कहा जा रहा है कि खुद गोगामेड़ी भी पुलिस से सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे थे। लेकिन उनकी सुरक्षा नहीं बढ़ाई गई और वह अपने खर्चे पर गार्ड रखकर अपनी सुरक्षा का इंतजाम कर रहे थे।

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद पंजाब पुलिस की ओर से राजस्थान पुलिस को भेजा गया एक लेटर सामने आया है। यह लेटर आठ मार्च 2023 को राजस्थान के पुलिस महानिदेशक को भेजा गया था। इस लेटर में कहा गया था कि पंजाब की बठिंडा जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई गैंग का एक सदस्य संपत नेहरा सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की प्लानिंग कर रहा है। ताकि राजस्थान में धार्मिक तनाव फैलाया जा सके। पंजाब पुलिस ने यह भी इनपुट दिया था कि इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए संपत नेहरा ने एक-47 राइफल का इंतजाम भी किया है।
इसके कुछ ही दिन बाद यानी 14 मार्च 2023 को राजस्थान पुलिस की एटीएस और एसओजी की ओर से राजस्थान पुलिस के इंटेलिजेंस विभाग को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की प्लानिंग के बारे में इनपुट दिया गया था। इस इनपुट में भी संपत नेहरा का ही नाम था। पुलिस को मिले इनपुट के अलावा खुद गोगामेड़ी की ओर से भी पुलिस से सुरक्षा मांगे जाने की बात सामने आ रही है। उनके नजदीकयों का कहना है कि वह पुलिस से सुरक्षा की मांग कर रहे थे लेकिन उस पर सुनवाई नहीं की गई। उन्होंने अपने खर्चे पर सुरक्षा गार्ड का इंतजाम किया हुआ था।

सुखदेव सिंह की हत्या के बाद भारतीय जनता पार्टी इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस को घेर भी रही है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि कांग्रेस सरकार के पूरे 5 साल के कालखंड में राजस्थान में लॉ एंड ऑर्डर सिचुएशन एक बहुत बड़ा मुद्दा थी। हमने निरंतर 5 साल तक चीख-चीखकर कहा था कि सरकार के नुमाइंदों की सरपरस्ती में माफिया और गैंगस्टर दिन-दहाड़े लोगों की हत्याएं करते हैं। एक बार फिर जाती हुई सरकार ने अपनी अकर्मण्यता से एक और जघन्य हत्या को होते देखा है। उन्होंने कहा कि अपने ऊपर खतरे को देखते हुए गोगामेड़ी जी ने डीजी और कमिश्नर के स्तर पर सुरक्षा प्रदान करने की गुहार लगाई थी। जिस तरह से सरकार कन्हैयालाल टेलर को बार-बार गुहार लगाने के बाद भी सुरक्षा नहीं दे पाई, एक बार फिर पुलिस की विफलता और सरकार की अकर्मण्यता साबित हुई। हत्यारों ने दिन-दहाड़े आकर धोखे से गोगामेड़ी जी, जो हिंदुत्व की आवाज थे, उनकी दुर्दांत हत्या को अंजाम दिया।

शेखावत ने कहा कि जैसे ही गोगोमेड़ी जी की हत्या की सूचना आई, मैंने पुलिस कमिश्नर जयपुर से बातकर कहा कि सही जांच हो, जांच में लीपापोती न की जाए। उन्होंने साफ कहा कि जिस तरह से पुलिस घटना को एक ट्विस्ट देकर, नवीन सिंह शेखावत के नाम को, जिसको एक शैडो और टूल के रूप में इस्तेमाल किया गया था, अभियुक्त बताने का काम कर रही थी। मैंने पुलिस अधिकारियों से कठोर शब्दों में कहा कि इस तरह के ट्विस्ट देने का काम पुलिस न करे, सही जांच करे। हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार करे। साथ में किसकी अकर्मण्यता के चलते या किसकी मिलीभगत के चलते गोगोमेड़ी जी को सिक्योरिटी क्यों नहीं प्रदान की गई थी, इस बात की जांच होकर दोषी व्यक्ति के खिलाफ भी समान धाराओं में कार्रवाई हो, इसको सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में आया है कि जनप्रतिनिधियों को भी इस तरह की धमकियां मिली हैं। नए चुने विधायक मनोज सिंह न्यांगली जी को बार-बार आग्रह के बावजूद सुरक्षा नहीं दी गई थी, लेकिन अब महानिदेशक पुलिस ने बताया कि न्यांगली जी को स्वचालित हथियारों के साथ सुरक्षा कर्मी उपलब्ध करा दिए हैं। शेखावत ने कहा कि प्रश्न यह उठता है कि इतने दिन तक क्यों सुरक्षा प्रदान नहीं गई ? तुरंत इसकी जांच हो। सही तरह से कार्रवाई हो।