Happy New Year : दुनिया में नए साल का आगाज हो गया। न्यूजीलैंड में सबसे पहले साल 2024 का स्वागत हुआ और खुशी मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग आधी रात को अपने घरों से बाहर निकल आए और नए साल 2024 का जश्न मनाया। बड़ी संख्या में लोग रेस्टोरेंट्स, पबों, डिस्को, सार्वजनिक स्थानों पार्टियां कर जश्न मना रहे हैं। दुनिया में सबसे पहले नया साल प्रशांत महासागर के ऑस्ट्रेलिया 2024 के स्वामित्व वाले टोंगा नामक आइलैंड में आता है ।
Happy New Year यहां सबसे पहले नए साल का सेलिब्रेशन।
यहां सबसे पहले 12 बजते हैं और इसी के साथ शुरु हो जाता है नए साल का सेलिब्रेशन। टोंगा के साथ ही समोआ और किरीबाती में भी सबसे पहले एक ही समय नए साल का आगमन होता है। 31 दिसंबर को जब भारत में दोपहर के लगभग 4.30 का समय होता है, उसी दौरान टोंगा नाम के आइलैंड में रात के 12 बज रहे होते हैं। इस तरह लगभर साढ़े सात घंटे पहले वहा नया साल शुरु हो जाता है जबकि सबसे बाद में नए साल आने की तो अमेरिका के पास हाउलैंड और बेकर आइलैंड्स में सबसे आखिर में (भारतीय समय 1 जनवरी को 5.30 बजे) नए साल का प्रवेश होता है।

न्यू ईयर सेलिब्रेशन को लेकर अलग अलग देशों में कई तरह की परंपराएं हैं। नीदरलैंड्स में नए साल का आगाज़ समंदर के ठंडे पानी में डुबकी लगाकर किया जाता है। मान्यता है कि इससे नए साल की शुरुआत अच्छी होगी।

इसी चीन में एक महीने पहले से ही नए साल के स्वागत की तैयारियां शुरु हो जाता है। लोग घरों की साफ सफाई और रंग रोगन करते हैं और नए साल पर लाल रंग के कपड़े पहनने की प्रथा है।
वहीं इटली में तो लोग अपनी खिड़कियों से फर्नीचर बाहर फेंकते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से वो अपनी पुरानी और बुरी यादों को दूर कर देते हैं।
भारत में अभी न्यू ईयर की शुरुआत में कुछ घंटों का समय बाकी है, लेकिन दुनिया के कुछ हिस्सों में नए साल का आगाज हो चुका है. ऑकलैंड में नए साल के स्वागत में वहां के लोग जश्न मना रहे हैं, क्योंकि न्यूजीलैंड में सबसे पहले न्यू ईयर आरंभ हो चुका है. ऑकलैंड के निवासियों ने न्यूजीलैंड की सबसे ऊंची संरचना स्काई टॉवर पर आतिशबाजी के साथ नए साल का स्वागत किया.
Happy New Year : सिडनी हार्बर ब्रिज एक लाइट शो का केंद्र बिंदु
शहर के अधिकारियों के अनुसार, जल्द ही पड़ोसी ऑस्ट्रेलिया में, सिडनी हार्बर ब्रिज एक प्रसिद्ध मध्यरात्रि आतिशबाजी प्रदर्शन और लाइट शो का केंद्र बिंदु बन जाएगा, जिसे हर साल दुनिया भर में 40 करोड़ से अधिक लोग देखते हैं.
शहर के अधिकारियों के अनुसार, जल्द ही पड़ोसी ऑस्ट्रेलिया में, सिडनी हार्बर ब्रिज एक प्रसिद्ध मध्यरात्रि आतिशबाजी प्रदर्शन और लाइट शो का केंद्र बिंदु बन जाएगा, जिसे हर साल दुनिया भर में 40 करोड़ से अधिक लोग देखते हैं.
साल 2024 आने का सभी को बेसब्री से इंतजार है। जैसे-जैसे 31 दिसंबर की आधी रात करीब आएगी वैसे ही नए साल का जश्न भी बढ़ता रहेगा। फिर ठीक 10 सेकंड पहले लोग समय की उल्टी गिनती शुरू करते हुए नए साल का स्वागत करेंगे। कुछ देश अभी नए साल का इंतजार कर रहे हैं। वहीं कई देशों में अभी 31 दिसंबर की सुबह हुई है। लेकिन कुछ देशों में 2024 का स्वागत हो चुका है। प्रशांत महासागर में मौजूद टापू देश किरिबाती और न्यूजीलैंड नए साल का स्वागत कर चुके हैं।

मध्य प्रशांत महासागर में अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा के पूर्व में किरिबाती ने सबसे पहले नए साल का स्वागत किया। भारतीय समय के मुताबिक शाम 5:30 बजे यहां तारीख 1 जनवरी 2024 हो गई। इसके अलावा अब टोंगा, समोआ द्वीप नए साल का स्वागत करेंगें। न्यूजीलैंड में भी साल 2024 लग चुका है। कुछ ही देर में फिजी, ऑस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण कोरिया नया साल मनाएंगे। लेकिन नए साल से जुड़ा इतिहास क्या है?
नए साल का जश्न मनाने की परंपरा हजारों साल पुरानी है। 153 ईसा पूर्व रोम में यह शुरू हुई। तब लोग 1 मार्च को इसे मनाते थे। 46 ईसा पूर्व में जूलियस-सीजर के सौर आधारित कैलेंडर से 1 जनवरी को यह मनाया जाने लगा। रोमन साम्राज्य में इस प्रथा को व्यापक रूप से अपनाया गया। 1582 में शुरू किए गए ग्रेगोरी कैलेंडर आने के बाद 1 जनवरी का दिन नए साल के रूप में मनाया गया। किरिबाती में नए साल का जश्न सबसे पहले मनाया गया और अब यह जश्न धीरे-धीरे पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ रहा है।