Jobs for Disabled People : पंजाब सरकार ने दिव्यांगजनों को नौकरी देने के लिए विभिन्न विभागों में सीधी भर्ती के माध्यम से 1200 आरक्षित पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पंजाब की सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने मंगलवार को चंडीगढ़ में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित राज्यस्तरीय समारोह में यह जानकारी दी।
समारोह में डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि दिव्यांग कर्मचारियों की पदोन्नति वाले 620 पदों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है और पदोन्नति का इंतजार कर रहे कर्मचारियों को जल्द ही तरक्की मिलेगी। पंजाब सरकार ने राज्यस्तरीय समारोह में दिव्यांगजनों की सेवा करने वालीं बारह लोगों को राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया।

मुख्य मेहमान के तौर पर समारोह में हिस्सा लेते हुए, डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि पंजाब सरकार दिव्यांगजनों के साथ हर कदम पर है; वे जीवन के किसी भी पड़ाव पर खुद को कमजोर नहीं मानते। सरकार राज्य के 2,59,598 दिव्यांगों (Jobs for Disabled People) और उनके बच्चों को 478.47 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दे रही है। लुधियाना में दृष्टिहीन दिव्यांगों के लिए ब्लाइंड स्कूल को अपग्रेड करके अब बारहवीं क्लास तक किया गया है। 1.67 करोड़ रुपये से इसके बुनियादी ढांचे को सुधार किया जा रहा है। सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजी पी. श्रीवास्तव, विशेष सचिव विम्मी भुल्लर, एडिशनल डायरेक्टर चरनजीत सिंह मान और डिप्टी डायरेक्टर अमरजीत सिंह भुल्लर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
32 विभागों ने दिव्यांगजनों के लिए आरक्षित 1200 पदों की सूचना दी है, जिनमें से कई सीधी भर्ती से और कई पदोन्नति से भरे जाएंगे। इस बैकलॉग को पूरा करने की कार्रवाई शुरू हो गई है। विभाग भी सीधी भर्ती के लिए जल्द ही विज्ञापन जारी करेगा। सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर

डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि पंजाब एससी विकास कॉरपोरेशन ने वर्ष 2022–2023 में 59 मामलों में 129.31 लाख रुपये और वर्ष 2023–2024 में 46 मामलों में 91.77 लाख रुपये का कर्ज दिया था, जिससे दिव्यांग लोगों को स्वरोजगार की ओर प्रेरित किया गया था। (Disabled People)
इस अवसर पर बारह लोगों को स्टेट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है, क्योंकि वे दिव्यांगजनों के जीवन स्तर को सुधारने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका और सेवाओं के लिए काम करते हैं। इनमें हरचरन सिंह, डॉ. तियावसप्रीत कौर, डॉ. तपिंदर जोत, रविंद्र सिंह सहोता, नवजोत सिंह, माता गुजरी भलाई केंद्र बुढलाडा, जसप्रीत कौर और नरिंदर सिंह हैं। संतोष रानी, सुखदेव सिंह और उनके जीवनसाथियों को भी सम्मान मिला।