LOKSABHA : लोकसभा से सांसदों के निलंबन का सिलसिला जारी है। बुधवार को दो और सांसदों को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही LOKSABHA लोकसभा से निलंबित होने वाले सांसदों की संख्या 97 पहुंच गई। बीते गुरुवार से अब तक दोनों सदनों के कुल 143 सांसद निलंबित किए जा चुके हैं।
सांसदों के निलंबन चलते छह दलों का एक भी सांसद इस वक्त लोकसभा में नहीं बचा है। वहीं, तीन दलों के एक-एक सांसद ही LOKSABHA लोकसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने के योग्य बचे हैं। सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस के केवल 10 सांसद ही शेष सत्र में हिस्सा ले सकते हैं। इनमें से एक पहले ही पार्टी से निलंबित चल रही हैं। इसी तरह डीएमके के 24 में से केवल आठ सांसद तो टीएमसी के 22 में से नौ सांसद ही सदन की कार्यवाही में हिस्सा ले सकते हैं। टीएमसी के नौ बचे सांसदों में से दो भाजपा के साथ हैं।
LOKSABHA : कितने सांसद निलंबित कितने बचे
बसपा के दानिश अली निलंबित सांसदों में शामिल हैं। बसपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं ।
मौजूदा सदन में कांग्रेस के कुल 48 लोकसभा सांसद हैं। संसद से निलंबित किए गए 95 सांसदों में से 38 कांग्रेस के है। ऐसे में इस सत्र में सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने के योग्य केवल 10 सांसद बचे हैं। इन सांसदों में पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, बस्तर सांसद और छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज,
कांग्रेस से निलंबित चल रहीं पटिलाया सांसद परनीत कौर, छिंदवाड़ा से सांसद नकुल नाथ, मेघालय की शिलॉन्ग सीट से सांसद विंसेट पाला, केरल की कोझीकोड़े से सांसद एमके राघवेंद्रन, अंडमान निकोबार के सांसद कुलदीप राय शर्मा, कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के भाई और बैंगलोर ग्रामीण सीट से सांसद डीके सुरेश और ओडिशा के कोरापुट से सांसद सप्तगिरि उल्का शामिल हैं।
इंडिया गठबंधन में शामिल 28 दलों में कांग्रेस के बाद सबसे ज्यादा सांसद डीएमके के हैं। लोकसभा में डीएमके सांसदों की संख्या 24 है। डीएमके के 24 में से 16 सांसद निलंबित हो गए हैं। निलंबित किए गए सांसदों में ए राजा, दयानिधि मारन टीआर बालू और कनीमोझी जैसे बड़े पार्टी नेता शामिल हैं। पार्टी के दो तिहाई सांसदों के निलंबन के बाद महज आठ सांसद ही सदन की कार्यवाही में हिस्सा ले सकते हैं।
इन सांसदों में नमक्कल सीट से सांसद एकेपी चिनराज, तिरुनेलवेली से सांसद एस. ज्ञानतिरावियम, वेल्लोर के सांसद डी मुरुगन कथीर आनंद,पेरम्बलूर के सांसद डॉ. टीआर परिवेन्दर, कल्लाकुर्ची से सांसद डॉ. गौतम सिगमानी, कुड्डालोर से सांसद टीआरवीएस रमेश, वेल्लुपुरम से सांसद डॉ. डी रविकुमार और पोल्लाची से सांसद केएस सुंदरम शामिल हैं।
टीएमसी के 22 में से 13 लोकसभा सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित किए गए सांसदों में सौगात राय, सुदीप बंदोपाध्याय जैसे सांसद शामिल हैं। अब पार्टी नौ सांसद ही सदन की कार्यवाही में हिस्सा ले सकते हैं। इन सांसदों में पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी, आसनसोल से सांसद शत्रुघन सिन्हा, जाधवपुर की सांसद मिमि चक्रवर्ती, भाजपा में शामिल हो चुके सुभेंदु अधिकारी के पिता सिसिर अधिकारी
सुभेंदु के भाई दिवेंदु अधिकारी, घाटल से सांसद दीपक अधिकारी, बशीरहाट से सांसद नुसरत जहां, मथुरापुर से सांसद चौधरी मोहन जटुआ, मुर्शिदाबाद से सासंद अबु ताहिर खान और आरमबाग से सांसद अपरूपा पोद्दार शामिल हैं। इन नौ सांसदों में से सिसिर अधिकारी को अयोग्य किए जाने की टीएमसी की याचिका लोकसभा अध्यक्ष के पास लंबित है। वहीं, सिसिर के बेटे दिवेंदु भी भाजपा के समर्थन में रहे हैं।
जदयू के लोकसभा में 16 सांसद हैं। इनमें से 11 सांसदों को अब तक निलंबित किया जा चुका है। पार्टी के महज पांच सांसद ही अब सदन की कार्यवाही में हिस्सा ले सकते हैं। इनमें कविता सिंह, सुनील कुमार पिंटू, विजय कुमार, अजय कुमार मंडल, रामप्रीत मंडल शामिल हैं।
इसी तरह एनसीपी के पांच में से तीन सांसद निलंबित कर दिए गए हैं। दो बचे सांसदों में से एक अजीत पवार गुट के साथ बताया जाता है। एनसीपी के दो सांसद जो सदन की कार्यवाही में हिस्सा ले सकते हैं उनमें श्रीनिवास पाटिल और सुनील तटकरे शामिल हैं। सुनील तटकरे अजीत गुट के साथ हैं।
समाजवादी पार्टी के लोकसभा में तीन सांसद हैं। इनमें से दो डिंपल यादव और एचटी हसन को निलंबित कर दिया गया है। शफीकुर्रहमान बर्क पार्टी के अकेले सांसद के रूप में सदन की कार्यवाही में हिस्सा ले सकते हैं। इसी तरह जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेस के तीन में से दो सांसद निलंबित कर दिए गए हैं।
इनमें फारुख अब्दुल्ला और हसनैन मसूदी शामिल हैं। सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने के योग्य सिर्फ मोहम्मद अकबर लोन बचे हैं। सीपीआई के दो में से एक सांसद को निलंबित कर दिया गया है। अब सीपीआई की ओर से सेल्वाराज मुनियां ही सदन में दिखाई देंगे।
केरल की पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) और सीपीएम के लोकसभा में तीन-तीन सांसद हैं। दोनों के सभी सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इसी तरह एक-एक सांसद वाली पार्टियों आम आदमी पार्टी, केरल कांग्रेस (एम), वीसीके और आरएसपी के सांसदों को भी लोकसभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित किया जा चुका है। इन सांसदों में आम आदमी पार्टी के एक मात्र सांसद सुशील कुमार रिंकू, केरल कांग्रेस (एम) के सी थॉमस, वीसीके के थोल थिरुमावलवन और आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन शामिल हैं।
केरल कांग्रेस (एम) के सी थॉमस को बुधवार को निलंबित किया गया। बसपा से निलंबित दानिश अली भी सदन से बाहर बसपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं है। पार्टी के निलंबित सांसद दानिश अली जरूर गठबंधन के साथ नजर आते रहे हैं। दानिश अली को पूरे सत्र से निलंबित किया जा चुका है
विपक्षी गठबंधन में शामिल इन दलों के सांसदों का नहीं हुआ निलंबन शिवसेना (यूबीटी) और झारखंड की झामुमो भी विपक्षी गठबंधन का हिस्सा हैं। इन दोनों दलों के एक भी सांसद का निलंबन नहीं हुआ है। शिवसेना (यूबीटी) के साथ छह लोकसभा सांसद हैं। वहीं, झामुमो के केवल एक सांसद हैं। इन दोनों दलों के सांसदों को मिलकर इंडिया गठबंधन के 44 सांसद ही सदन की कार्यवाही में हिस्सा ले सकते हैं।
इनमें से कांग्रेस से निलंबित परनीत कौर, टीएमसी के बागी सिसिर अधिकारी और दिवेंदु अधिकारी, एनसीपी अजित गुट के सुनील तटकरे को हटा दें तो यह संख्या घटकर 40 ही रह जाती है।