भारत गठबंधन के तहत मिलकर चुनाव लडऩे की योजना बना रहे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने सीटों को कैसे बाँटने का निर्णय नहीं लिया। सूत्रों के अनुसार, आपने पंजाब और चंडीगढ़ में 50-50 के फार्मूले पर बातचीत की है।
हरियाणा में 7-3 के फार्मूले पर सीटें बाँटने का प्रस्ताव किया गया है। साथ ही, कांग्रेस चाहे तो गोवा और राजस्थान जैसे अन्य राज्यों में अपनी नीति बना सकती है।
कांग्रेस सांसद मुकुल वासनिक ने बैठक के बाद कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा हुई है। सीट-शेयरिंग पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
कांग्रेस की ओर से राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सांसद मुकुल वासनिक, दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली और पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकाश ने बैठक में भाग लिया, जबकि आप की ओर से राज्यसभा सांसद संदीप पाठक, दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी और विधायक सौरभ भारद्वाज ने भाग लिया।
हरियाणा में 7-3 के फार्मूले पर सीट का बटवारा
हरियाणा में तीन सीटों पर दावेदारी करने वाले सूत्रों का दावा है कि आप तीन सीटों पर दावेदारी कर रहे हैं। यह तीनों सीटें पंजाब के आसपास की हैं। पार्टी ने कांग्रेस के नेताओं को यह प्रस्ताव भेजा है। कांग्रेस ने इस बारे में कहा कि वह आपके प्रस्ताव पर हाईकमान से चर्चा करेंगे और जल्द ही अगली बैठक में सीटों पर निर्णय लेंगे।
पंजाब: इन सीटों पर संघर्ष हो शकता हैं?
कुरुक्षेत्र, अंबाला और सिरसा सीटों पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ना चाहती है। तीनों सीटें पंजाब से जुड़ी हुई हैं। पार्टी का मानना है कि आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में इन सीटों पर अच्छा प्रभाव है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान की ससुराल कुरुक्षेत्र के पेहवा में है। वहीं कैथल, जो कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में आता है, भी पंजाब से जुड़ा हुआ है। वहीं, सिरसा और अंबाला भी पंजाब बेल्ट में शामिल हैं। अंबाला में रहने वाले बहुत से लोगों की रिश्तेदारियां पंजाब में हैं। सिरसा के फतेहाबाद में भी आपका रसूख अच्छा है। पार्टी का दावा है कि वह इन सीटों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती है।
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