शनिवार को शनिदेव का (17 जून को) बनेगा शुभ योग

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शनिवार को शनिदेव का (17 जून को) बनेगा शुभ योग 17 जून को बनेगा। शुभ योग इस शनिवार को बनेगा वक्री साथ में शनिश्चरी अमावसिया साल में एक ही बार आती है एसी शनिश्चरी अमावसिया के दिन खास नियम के पालन करना जरूरी शनैश्चरी अमास कहां करें और कहां नहीं? 2 राशि के अनुसार उत्तम शुभ संयोग में शनि की कृपा पाने के उपाय।

शनिवार, 17 जून को जेठ मास की अमास तिथि है। इस अमास तिथि पर शनि महाराज की चाल भी बदल रही है, शनि अपनी ही राशि कुंभ में गोचर कर रहे हैं। साथ ही इस दिन सर्वार्थसिद्धि और अमृत सिद्धि नाम के दो शुभ योग बन रहे हैं और चंद्रमा भी वृषभ राशि और रोहिणी नक्षत्र में रहेगा। ऐसे में यदि शनि महाराज की कृपा पाने और कुंडली में ग्रहदोष को दूर करने के लिए जेठ माह की शनि अमासा (17 जून) को सरल ज्योतिषीय उपाय किए जाएं तो शनि महाराज प्रसन्न होकर आपके जीवन में परिवर्तन ला सकते हैं। साथ ही साथ साढ़ेसाती (मकर, कुंभ और मीन) और ढैय्या (कर्क और वृश्चिक) से पीड़ित जातक यहां दिए गए विभिन्न उपायों को अपनाएं तो उन्हें शनि की महादशा से मुक्ति मिलेगी और आपके जीवन में चल रहे कष्टों से मुक्ति मिलेगी।

शनि अमास के दिन कुछ खास नियमों का पालन करना जरूरी होता है, जो साल में शायद ही कभी आता हो। ऐसा न करने पर शनि नाराज हो जाते हैं और जातक को कष्ट देने लगते हैं। आज जानिए शनि अमास के दिन कौन से काम नहीं करने चाहिए और राशि के अनुसार शनि की कृपा पाने के लिए क्या उपाय हैं...
17 जून को बनेंगे ये शुभ योग:-

सर्वार्थसिद्धि योग:- शनिवार, सुबह 05.23 से 04.25 बजे तक अमृतसिद्धि योग:- शनिवार, सुबह 05.23 से शाम 04.25 बजे तक अमास का प्रारंभ:- 17 जून 2023 शनिवार, सुबह 09.11 बजे से अमास का समापन:- 18 जून, रविवार सुबह 10.06 बजे

शनिश्चरी अमास को कभी नहीं करना चाहिए ऐसा :-

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिश्चरी अमास के दिन कुछ ऐसे काम होते हैं जिन्हें करने से बचना चाहिए, नहीं तो शनिदेव नाराज हो जाते हैं और शुभ फल प्राप्त नहीं होते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार शनि को एक प्रभावशाली ग्रह माना जाता है जो व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करता है और कुंडली में शनि की स्थिति बहुत प्रभावशाली होती है। ऐसे में शनिष्ठरी अमावस्या के दिन यह काम नहीं करना चाहिए।

असहाय और निर्बल को परेशान न करना:-

शनिश्चरी अमावस्या के दिन असहाय, गरीब, विकलांग लोगों को कभी परेशान नहीं होना चाहिए। इसके अलावा अगर आप शनिश्चरी अमास के दिन इन असहाय लोगों की मदद करते हैं तो शनि देव प्रसन्न होते हैं और जीवन में खुशियां आती हैं।

शनैश्चरी अमास पर जूते न खरीदें:-

शनिवार के दिन जूते कदापि न खरीदें। शनिश्चरी अमास के दिन जूते-चप्पल खरीदने से आर्थिक हानि हो सकती है। ऐसा करने से जातक की कुंडली में शनि दोष का निर्माण होता है।

घरेलू उपयोग के लिए तेल और लौह अयस्क की खरीद –

शनिश्चरी अमास के दिन तेल और लोहा खरीदकर घर नहीं लाना चाहिए। इससे घर में दरिद्रता बढ़ती है। शनिवार के दिन तेल और लोहे का दान करना शुभ होता है।

पति-पत्नी को नहीं बनाना चाहिए शारीरिक संबंध:-

शनैश्चरी अमास के दिन पति-पत्नी को संभोग नहीं करना चाहिए। गरुड़ पुराण में उल्लेख है कि शनैश्चरी अमास के दिन संभोग करने से संतान पर बुरा प्रभाव पड़ता है। उसे जीवन में अनेक प्रकार के दुखों का सामना करना पड़ता है।

शनिश्चरी हमें करना चाहिए ये काम :-

1. शनि साढ़ेसाती से मुक्ति :-

इन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है, शनि ढैय्या के दुष्प्रभाव से मुक्ति पाने के लिए शनिचरी अमावस्या के दिन शनिदेव की सरसों के तेल से पूजा करें और काली उड़द की दाल से बनी इमरती का भी प्रसाद के रूप में भोग लगाएं।

2. सुख-समृद्धि पाने के लिए :-

शनैश्चरी अमावस्या के एक दिन पहले यानी शुक्रवार के दिन डेढ़ चम्मच काली उड़द की दाल कपड़े में बांधकर रात को इस पोटली को अपने पास रखकर सो जाएं। अकेले सोना याद रखें। फिर अगले दिन शनैश्चरी अमावस्या को सुबह इस नाड़ी की पोटली को शनिदेव मंदिर में रख दें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

3. व्यापार या नौकरी में सफलता के लिए :-

शनिकरी अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना और दूध और जल चढ़ाना बहुत फलदायी माना जाता है। साथ ही 5 बेल के पत्तों पर 5 प्रकार की मिठाइयां रखें और फिर घी का दीपक जलाकर आरती करें। इसके बाद पीपल के पेड़ की 7 परिक्रमा करें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस उपाय को करने से कुंडली में शनि मजबूत होते हैं। नौकरी या व्यवसाय में सफलता।

4. मुसीबतों से छुटकारा पाने के लिए :-

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिचरी अमावस्या के दिन पूरी तरह से काली गाय की पूजा करें और गाय को आठ बूंदी के लड्डू खिलाएं। इसके बाद गाय की सात बार परिक्रमा करें और गाय की पूंछ से अपने सिर पर आठ बार धूल लगाएं। माना जाता है कि इस उपाय को करने से जीवन के सभी संकटों से छुटकारा मिल जाता है।

शनि अमास के दिन राशि के अनुसार विशेष उपाय करने चाहिए:-

1. मेष राशी के लोगो को श्री शिव रुद्राभिषेक करना चाहिए

2.वृषभ राशी के लोगो को महामुर्त्युजय मंत्र का नियमत जाप करे

3. मिथुन राशीवाले लोग महाराज दशरथ के नील शनि स्त्रोत का पाठ करे

4. कर्क राशीवालो को शनिवारको लोखंड के बर्तन में सरसव के तेल को भर के उसमे अपना मुख देखकर उसको छाया दान करे

5. सिहं राशी के जातको को काले तिल और उडद दाल को कोई गरीब को दान देना चाहिए

6. कन्या राशीवालो को शनिदेव बीज मंत्र “ॐ प्रां. प्रीं. प्रौ. स: शनैश्चराय नम:” का जाप करे

7. तुला राशीवालो को शमीके पेड़ को जल चढ़ा कर पूजा करना चाहिए

8. वृशिचिक राशी के जातकोको गरीब के असहाय इंसान को धन और अन्नकी मदद करे

9. धन राशी के लोगो को चींटी के दर की जगह पर चीनी ओर आटा डाले

10. मकर राशीवाले महाराज दशरथ के नील शनि स्त्रोत का पाठ करे

11. कुंभ राशीवाले लोग को श्रेष्ठ गुण वाला नीलम रत्न पहनना चाहिए

12. मीन राशीवालो छोटे बचों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए और धार्मिक स्थान का मुख्य द्वार साफ करना चाहिए